What is the psoriasis? in hindi
- Psoriasis एक लंबे समय तक चलने वाला(chronic) स्व-प्रतिरक्षित रोग(auto-immune disease) है जिसके कारण त्वचा पर असामान्य लाल, या बैंगनी रंग के निशान बनने लगते हैं। ये निशान या घाव(lesions) सूखे(dry), पपड़ीदार(scaly) और खुजलीदार(itchy) होते है।
- Psoriasis के कारण त्वचा की basal layer में cell का तेजी से विभाजन होने लगता है जिससे त्वचा की ऊपरी सतह(epidermis) पर पपड़ी(scale) बनने लगती है और keratin का जमाव होने लगता है।
- कभी-कभी त्वचा पर मामूली सी चोट या रगड़ त्वचा में psoriatic परिवर्तनों को ट्रिगर कर सकती है, जिसे Koebner phenomenon (कोबनेर घटना) के रूप में जाना जाता है।
- Psorasis अक्सर 15-35 साल के को ज्यादा प्रभावित करता है।
#psoriasis Psoriasis: Definition in hindi,Psoriasis types in hindi, pathophysiology,sign & symptoms— MEDICALDUDES (@devchaudhary142) May 31, 2020
Psoriasis एक लंबे समय तक चलने वाला(chronic) स्व-प्रतिरक्षित रोग(auto-immune disease) है।#Covid_19 #COVID19India pic.twitter.com/U2UelwoBit
# DEFINITION OF PSORIASIS
एक ऐसी स्थिति जिसमें त्वचा की कोशिकाएं(cells) अनियमित रूप से बढ़ती हैं जिससे त्वचा पर शुष्क(dry), पपड़ीदार(scaly), खुजलीदार(Itchy) पैच(निशान) बनने लगते हैं।
# RISK FACTORS / ETIOLOGICAL FACTOR OF PSORIASIS
- किसी प्रकार की चोट(Trauma)
- संक्रमण(infection): Streptococcal pharyngitis (बैक्टेरिया) और किसी प्रकार के skin infection से
- Harmonal परिवर्तन
- Seasonal & Hormonal changes
- तनाव (Stress)
- Family history
- धूम्रपान (Smoking)
- मोटापा

# TYPES OF PSORIASIS




6. Erythrodermic psoriasis (एरिथ्रोडर्मिक सोरायसिस): यह सबसे कम लोगो मे पाया जाने वाला का प्रकार है। इसमें रोगी के पूरे शरीर पर लाल रंग के रेशेज बन जाते है। इन रेशेज के कारण असहनीय जलन के साथ खुजली भी होती है।
7. Psoriatic arthritis (सोरायटिक आर्थराइटिस): psoriatic = psoriasis & arthritis = joint pain इस प्रकार के psoriasis में शरीर के जोड़ो में सूजन और दर्द के साथ त्वचा पर स्केल पड़ जाते है।
# PATHOPHYSIOLOGY OF PSORIASIS
Due to etylogical factor (eg. Infection, trauma,etc.)
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Inflammatory reaction का आरंभ
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WBC (dendritic cells, macrophages & T-cell) का activation होना
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इन immune cells के द्वारा ctyokines (inflammatory chemical signals) का secretion
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जिससे keratenocytes (skin cells) का समय से पहले mature हो जाना
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Skin cells का 3-5 दिनों में replacement होने लगना
(सामान्यतः इस घटना को 28-30 दिन लगते है)
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जिससे ऊपरी त्वचा पर silvary scale (सिलवरी पपड़ी) बनने लगती है
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Psoriasis
*जब भी हमारे शरीर में कोई foreign particle प्रवेश करता है तो inflammatory reaction का प्रारंभ होता है। जिससे हमारे शरीर की रक्षक कोशिकाएं (WBC) activate हो जाती है। ये रक्षक कोशिकाएं यानी WBC एक सिग्नल केमिकल का स्त्राव करती है जिसे cytokines कहते है। यहां तक की प्रक्रिया हर inflammatory process में उपस्थित होती है।
# SIGN AND SYNONYMS
- लाल रंग के, उभरे हुए(raised) पैच(patch) जो silvery layer से कवर रहते है।
- ये lesions/patch खुजलीदार होते है और भयानक अवस्था में त्वचा पर crack आ सकते है जिनसे bleeding भी हो सकती है।
- अलग -अलग तरह के Psoriasis में अलग-अलग तरह के लक्षण देखने को मिलते है। (जिनके बारे में ऊपर बता दिया गया है)
# MANAGEMENT OF PSORIASIS
1. MEDICAL MANAGEMENT:
उद्देश्य:- कोशिका(cell) की अनियमित रूप से चल रही cell-cycle को रोकना ताकि keratenocytes की अनियमित वृद्धि को रोका जा सके (जिससे ये keratenocytes त्वचा पर जाकर scales का निर्माण करना बंद कर दे)
- Psoriatic scales(पपड़ी) को medication की सहायता से हटाना।
2. PHARMACOLOGICAL MANAGEMENT:
A) Topical medication: (topical=त्वचा पर)- Triamcinolone acetonide
- Betamethasone
- Fluocinonide
- Desonide
- Hydrocortisone
- Betamethasone dipropionate
- Neutrogena
- Head & shoulder
3. PHOTOCHEMOTHERAPY:
पराबैंगनी-बी (UV-B), जो प्राकृतिक धूप में मौजूद है, सोरायसिस के लिए एक प्रभावी उपचार है। UV-B त्वचा में प्रवेश करती है और प्रभावित त्वचा कोशिकाओं के विकास को धीमा कर देती है।
Psoriasis के उपचार के लिए निर्धारित तरंग दैर्ध्य(wavelength) की कृत्रिम(artificial) UV-B लाईट के संपर्क में psoriasis वाले त्वचा के भाग को लाते है।