मेडिकल-प्रोसीजर


Nebulization : types, uses, procedure in Hindi

नेबुलाइजर क्या है? - What is a Nebulizer in Hindi
नेबुलाइजेशन (Nebulization) एक प्रकार की थैरेपी है जिसका उपयोग किसी प्रकार की श्वास सम्बंधित बीमारियों में किया जाता है।
- नेबुलाइजर मशीन लिक्विड दवाइयों को वाष्प में बदल देती है जिससे आसानी से श्वसन के माध्यम से अंतर्ग्रहीत किया जा सकता है।
- ये डिवाइस बिजली या बैटरी से चलती है। कुछ मशीने आकर में बड़ी होती है जिसके कारण उन्हें एक जगह से दूसरी जगह ले जाना बहुत कठिन है जबकि कुछ मशीने पोर्टेबल होती है जिन्हे आसानी से कही भी अपने साथ रखा जा सकता है।
- इस मशीन में एक मेडिकेशन चैम्बर होता जाता है जहा लिक्विड दवा को रखा जाता है।
- इस मशीन में एक एयर कम्प्रेसर लगा होता है जो हवा को कम्प्रेस करता है जिससे मशीन में रखी लिक्विड दवा को ऐरोसोल (वाष्प) में बदल देती है।
नेबुलाइजेशन क्यों किया जाता है - Uses of Nebulizer in Hindi
नेबुलाइजर का उपयोग अक्सर श्वसन सम्बंधित बीमारियों जैसे अस्थमा में किया जाता है। इसी के साथ ये छोटे बच्चो के लिए ज्यादा उपयोगी होते है।
ऐसा नहीं है की नेबुलाइजर का उपयोग केवल अस्थमा में ही होता है, अस्थमा के साथ-साथ इसे दूसरी श्वास सम्बन्धी बीमारियों में भी उपयोग में लिया जा सकता है।
इस मशीन में उपयोग होने वाली दवा हर बीमारी के लिए अलग-अलग होती है जिनके कुछ प्रकार निम्न है :
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड (Corticosteroids) - इन्फ्लामेशन को दूर करने के लिए
- ब्रोंकोडायलेटर (Bronchodialaters) - श्वसन मार्ग को खोलने के लिए
नेबुलाइजर के प्रकार - Types of Nebulizer in Hindi
इस मशीन के तीन प्रकार होते है :
- जेट (Jet) - इसमें दवा ऐरोसोल में बदलने के लिए कम्प्रेसर का उपयोग किया जाता है।
- अल्ट्रासोनिक (Ultrasonic) - इसमें लिक्विड दवा को ऐरोसोल में उच्च आवृति के कम्पन (high-frequency vibrations) की मदद से बदला जाता है।
- मेष (Mesh) - इसमें दवा ऐरोसोल में बदलने के लिए एक बारीक छेद वाली जाली (fine mesh) से गुजारा जाता है।
इनमें से मेष नेबुलाइजर सबसे अधिक प्रभावी होते है क्योंकि इनसे बनने वाले ऐरोसोल (हवा में लिक्विड दवा के कण) सबसे छोटे होते है।
नेबुलाइजेशन के लिए आवश्यक उपकरण - Required Equipment for Nebulization in Hindi
- नेबुलाइजर मशीन
- नेबुलाइजर कप
- नेबुलाइजर मास्क/ माउथपिस
- नेबुलाइजिंग ट्यूब/ हॉज
- लिक्विड मेडिसिन

नेबुलाइजेशन प्रक्रिया कैसे की जाती है - How to Nebulization Performed in Hindi
किसी रोगी को नेबुलाइजेशन थैरेपी देते समय निम्न चरणों का पालन करना आवश्यक है :
1. अपने हाथो को साबुन या हैंडवॉश से अच्छी तरह धोये।
2. लिक्विड मेडिसीन को कप में इंस्टॉल करने से पहले इन पांच बातो का ध्यान जरूर रखे
2. लिक्विड मेडिसीन को कप में इंस्टॉल करने से पहले इन पांच बातो का ध्यान जरूर रखे
- रोगी की सही तरह से पहचान
- सही समय पर ही दवाई दे
- सही दवाई दे
- दवाई की उचित मात्रा दे
- दवाई को शरीर में सही मार्ग से दे
4. रोगी को सीधी स्थिति (semi-fowler position) में बैठाये।
5. रोगी की श्वसन स्थिति की जांच करे - इसके लिए रोगी को एक गहरी सांस लेकर हवा को नाक से बाहर निकालने को कहे।
6. नेबुलाइजिंग ट्यूब को नेबुलाइजर मशीन और कप (इसमें लिक्विड मेडिसिन भरी जाती है) से कनेक्ट करे।
7. अब कप वाले हिस्से को नेबुलाइजर मास्क/माउथपिस से जोड़े।
8. नेबुलाइजर मशीन के स्विच को चालू करे और देखे की माउथपिस से दवा गैस के रूप में बाहर आ रही है।
9. नेबुलाइजर मास्क/माउथपिस को रोगी के मुँह और नाक के ऊपर अच्छी तरह से लगाए, ध्यान रहे की दवा कही से बाहर ना आये।
10. रोगी को आराम से मुँह से सांस लेने के लिए कहे जब तक पूरी दवाई खतम न हो जाये।
11. इसमें 10-15 मिनट का समय लग सकता है।
12. जब कप में दवा खत्म हो जाये तो मशीन के स्विच बंद कर दे।
13. मशीन के सभी हिस्सों को अच्छी तरह से धोये और सही जगह पर रख दे।
14. नेबुलाइजेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अच्छी तरह से हैंडवॉश करे।
नेबुलाइजेशन के फायदे - Advantages of Nebulization in Hindi
नेबुलाइजेशन के निम्न फायदे है :
- नेबुलाइजेशन थैरेपी ऐसे बच्चों के लिए काम आती है जो किसी अन्य इनहेलेशन डिवाइस का उपयोग नहीं कर पाते हैं।
- नेबुलाइजर से दवा सीधे फेंफड़ो तक पहुँच पाती है जहा इसकी बहुत जरूरत होती है।
- इसके जरिये दवा बहुत जल्दी असर कर पाती है।
- अस्थमा के रोगियों के लिए यह बहुत कारगर है।
- यह प्रक्रिया रोगी के लिए कष्टदायक नहीं है।
- इसका उपयोग श्वसन संबंधी समस्याओं को कम करने के साथ-साथ इसे श्वास की गंभीर आपातकालीन स्थितियों में भी किया जा सकता है।
नेबुलाइजेशन के नुकसान - Disadvantages of Nebulization in Hindi
- यदि नेबुलाइजर को लम्बे समय तक इस्तेमाल करने के बाद सही से साफ़ नहीं किया जाये तो इससे फेंफड़ो में किसी प्रकार के संक्रमण होने की शिकायत हो सकती है।
- इसके इस्तेमाल में दवा की काफी मात्रा गैस के माध्यम से बर्बाद हो जाती है जो माउथपीस के किनारे से निकल जाती है।
- अस्थमा जैसी बीमारियों में इसका इस्तेमाल साधारण इनहेलर की तुलना में महंगा होता है।
नेबुलाइजेशन थैरेपी से होने वाले ज्यादातर साइड इफ़ेक्ट के लिए उसमे उपयोग होने वाली दवाएं जिम्मेदार होती है। लेकिन कुछ मामलो में रोगी को होने वाली समस्याए नेबुलाइजेशन के कारण भी हो सकती है।
ये समस्याए निम्नलिखित है :
- हल्की कंपकपी
- सिरदर्द
- धड़कन का तेज होना
- मुँह का सुखना
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